झारखंड के शहर रांची में पैदा ह्ए. उर्दू फारसी की तालीम हासिल की. और बचपन से ही फक्कड़पन का चस्का लग गया लिहाजा बेराहरवी जीवन की शुरुआत लेकिन साथ साथ एम ए तक की पढ़ाई. भारत में ऐंथ्रोपोलोजी के सबसे पहले शोधकर्ताओं में से एक.जीविका के लिये मगध विश्व विद्यालय में राजनीति शास्त्र विभाग में अध्यापन. साथ साथ शेरो शायरी का सिलसिला चलता रहा जो आज भी जारी है. सामाजिक और राजनीतिक सरोकारों पर विशेष नजर.